इश्क दरिया हँ जिसका साहिल नहीं होता ............
हर दिल मोहब्बत के काबिल नहीं होता ................
रोता वो भी हँ जो डूबा हँ श्याम तेरे इश्क में ...............
और रोता वो भी हँ जिसे ये नसीब नहीं होता .........................
By----http://about.me/deepakyadhuvansi
हर दिल मोहब्बत के काबिल नहीं होता ................
रोता वो भी हँ जो डूबा हँ श्याम तेरे इश्क में ...............
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